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Flex Seeds benefits in Hindi | अलसी के बीज के फायदे

अलसी के बीजो में फाइबर, मेगनीज,थायमीन और मैग्नीशियम जैसे मिनरल , विटामिन B1 , और ओमेगा 3 जैसे पोषक तत्त्व पाए जाते है। ये सभी पोषक तत्त्व हमारे शरीर में पाचन, डायबटीज़, कैंसर, बालो और त्वचा सम्बन्धी सभी उपचार में बहुत सहायक होते है। अलसी के पौधे में केवल उसके बीज में ही सारे गुण होते है। जबकि बाकि भाग पशुओ के लिए खाने में काम लिया जाता है। अलसी की खेती शरद ऋतू में की जाती है। इसका उत्पादन मुख्य रूप से एशिया, यूरोप, कनाडा और अमेरिका में किया जाता है। भारत में मुख्य रूप से महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अलसी की खेती की जाती है।

अलसी के बीज के फायदे

अलसी के बीजो का सेवन हमें अनेक प्रकार के फायदे पहुँचता है। साथ ही इसके सेवन से अनेक प्रकार के रोगो का भी उपचार किया जाता है। अलसी को चूरन(पाउडर), तेल निकलकर और पुरे बीजो का सेवन भी किया जाता है। इसके उपयोग से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार है –

ह्रदय रोगो के उपचार में

अलसी के बीजो में कई हृदय स्वास्थ्यवर्धक तत्त्व उपस्थित होते है जिसके उपयोग से दिल की कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। अलसी के बीज हृदय में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करते है जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। इसमें मोनोअनसेचुरेटेड और पोली अनसेचुरेटेड के साथ OMEGA 3 फैटी एसिड पाया जाता है जो की ह्रदय को स्वस्थ रखने में महत्तपूर्ण भूमिका निभाता है।

वजन कम करने में सहायक

अलसी के बीजो में वसा और फाइबर भरपूर मात्रा में होते है जो की भूक को घटने में सहायक होते है। साथ ही ये पेट को ज्यादा समय तक भरा रखने में सहायक होते है। अलसी में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है जिससे भूख नियंत्रित रहती है जिससे पेट में ज्यादा कैलोरी नहीं बढ़ती है। अनावश्यक खाने से बचकर हम अपने चर्बी को नियंत्रित कर सकते हैं। इस तरह यह वजन घटाने में सहायक है।

पाचन तंत्र मजबूत करने में

अलसी में उच्च मात्रा में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं जो पाचन तंत्र को मजबूत करने का काम करते है। अलसी बीज का सेवन कब्ज को दूर करने में सहायक होता है। साथ ही इसमें उपस्थित ओमेगा 3 फैटी एसिड जो की पेट में अम्लता सम्बन्धी बीमारियों को काफी कम करने में सहायक है।

सिर के बालो के लिए लाभकारी

अलसी के बीज का तेल विटामिन इ से भरपूर होता है। जिसका सिर में लगाने से बालो के जड़ने और गंजेपन की समस्या से निजाज पाया जा सकता है। इसका तेल बालों की जड़ों में जाकर उन्हें मजबूती प्रदान करता है और पोषक तत्व प्रदान करके उन्हें लंबा काला और घना रखता है।

त्वचा को निखारने में

अलसी एक औषधि गुण वाला पौधा है। इसके बीजों में अनेकों प्रकार के गुण पाए जाते हैं जोकि हमारी त्वचा को निखारने और जवान दिखने में मदद करते हैं। इसमें पाया जाने वाला ओमेगा 3 हमारी त्वचा के गड्ढों को भरने और गोरा करने के काम आता है। साथ ही इस औषधि पौधे से साबुन भी बनाई जाती है जिसका उपयोग त्वचा के लिए अच्छा रहता है।

अलसी बीज को कैसे खाये

अलसी बीज(Flex सीड) को खाने के कुछ तरीको में जानते है। इनको अपनाकर हम अलसी के गुणों का फायदा ले सकते है।

  • अलसी के बीजो को भूनकर या सेककर खाया जाता है।
  • अलसी के बीज का पाउडर को आटे के साथ मिलाकर रोटी(चपाती) के रूप में भी खा सकते है।
  • अलसी के बीज के लड्डू भी बनाकर खाये जाते है।
  • अलसी के पापड़ और अलसी की रोटी भी बनाकर खायी जाती है।
  • अलसी को दही के साथ मिलाकर भी खाया जाता है।
  • अलसी के पाउडर को कुछ मिठाई के साथ भी मिलाकर खाते है।
  • अलसी का उपयोग व्यनजन बनाने में भी किया जाता है।
  • अलसी के बीज को रात में भिगोकर सुबह बीज और पानी दोनों का सेवन किया जाता है।
  • अलसी के तेल का उपयोग खाने में, शरीर पर मालिश करने और बालो में लगाने में किया जाता है।

अलसी बीज के नुकसान

अलसी के बीजों को खाने के साथ-साथ उनसे होने वाले नुकसान भी पता करनी चाहिए ।

  • गर्भवती महिलाओं को अलसी बीज नहीं खाने चाहिए।
  • छोटे बच्चे और नवजात बच्चों को अलसी बीज से परहेज करनी चाहिए।
  • पित्त रोग संबंधित व्यक्ति को इस से परहेज करनी चाहिए।
  • किसी दवाइयों का सेवन करने के साथ साथ अलसी बीज का सेवन डॉक्टर की परामर्श के अनुसार लेना चाहिए।
  • अलसी बीज में गर्मी की तासीर होती है जिस कारण इसका उपयोग गर्मी के दिनों में कम करना चाहिए।

FAQ Section

अलसी के बीजों से जुड़े सभी प्रश्नों के बारे में हमने उत्तर सहित बताया है जिन्हें पढ़कर आप इनके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

अलसी शाकाहारी है?

Ans: अलसी पूर्ण रूप से शाकाहारी है। जिसका उपयोग प्राचीन भारत में लगभग 6000 वर्षों से चला आ रहा है। आज भी अधिकतर भारतीय इसका उपयोग औषधि के रूप में ज्यादा करते हैं।

अलसी के बीज को कब खाते हैं ?

And: गर्मी के मौसम को छोड़कर शेष सभी मौसम में अलसी का सेवन हमारे लिए लाभदायक रहता है।

अत्यधिक मात्रा में अलसी बीज खाने के क्या नुकसान है ?

Ans: अत्यधिक मात्रा में अलसी बीज खाने से इसकी गर्मी की तासीर हमारे पेट का पाचन तंत्र खराब कर सकती है साथ ही शरीर में कई प्रकार की त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं।

प्रतिदिन खाने में कितनी अलसी की मात्रा होनी चाहिए ?

Ans: प्रतिदिन खाने में 10 से 20 ग्राम अलसी की मात्रा होनी चाहिए।

निष्कर्ष

अलसी के बीजों में अनेक प्रकार के औषधि गुण पाए जाते हैं। अलसी के बीजों में अनेकों विटामिन और मिनरल भी पाए जाते हैं जो कि हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है जोकि मछली के तेल में पाए जाने वाला मिनरल है इस तरह यह शाकाहारी लोगों के लिए अत्यंत लाभदायक है। अलसी के बीजों का नियमित सेवन हमारे त्वचा संबंधी रोगों व घुटनों हड्डियों बालों कब्ज इत्यादि में अनेकों प्रकार से सहयोग करता है। नियमित व पर्याप्त मात्रा में इसका सेवन लाभदायक है किंतु अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन नुकसानदायक है। साथ ही अलसी के बीज व तेल को खाने के अनेकों तरीके होते हैं जिनको अपनाकर आप अलसी का सेवन कर सकते हैं।

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