पपीता के पत्तो का ज्यूस कैसे बनाये | How to make Papaya Leaf Juice
आज हम आपको पपीते के पत्तों के जूस के बारे में संपूर्ण जानकारी बताने वाले हैं। पपीता के फल के अलावा पपीता के ताजा पत्ती द्वारा भी जूस बनाया जाता है। बहुत लाभकारी व अनेकों गुणों से भरपूर ज्यूस होता है। पपीता के जूस को बनाने की बहुत ही सरल विधि है। यह अन्य फलों ज्यूस की तरह गुण से भरपूर प्राकृतिक रस है।
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ज्यूस बनाने की विधि
पपीता के पोंधे से ताजा तोड़े गए पत्तों का ज्यूस बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए एक बड़े पत्ते को लिया जाता है और उसे साफ करके उसमें से बड़ी डंठल को निकालकर बाकी पत्तियों को बारीक काट ली जाता है। फिर इन बारिक पत्तियों को मिक्सर में लालगढ़ इन्हें बारीक पीस लिया जाता है साथ ही इसमें पुदीना के पत्ते और नींबू रस भी डाला जाता है स्वाद के लिए इसमें मिश्री या चीनी को भी मिला सकते हैं। फिर इसे बारीक कपड़े या छन्नी से छानकर प्राप्त किया जाता है।
पपीता पत्ते जूस के फायदे
पपीता पत्ते का ज्यूस अनेक गुणों से समृद्ध होता है जो कि एक व्यक्ति के लिए अनेकों प्रकार से स्वास्थ्यवर्धक होता है।
पाचन तंत्र के लिए लाभकारी
जब कभी हमारी पेट में खटई की मात्रा ज्यादा हो जाती है तब पपीता के पत्ते का ज्यूस पीने से वह इसे साधारण करता है और पेट दर्द से राहत दिलाता है। इस ज्यूस का सेवन पेट को पूर्ण रूप से साफ करने का काम करता है। साथ ही इस ज्यूस में पाचन तंत्र को मजबूत करने के गुण होते हैं। यह जूस कब्ज दूर करने में भी राहत प्रदान करता है।
डेंगू में लाभकारी
डेंगू के बीमार व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी हो जाती है। पपीता के पत्ते का ज्यूस औषधीय गुणों से भरपूर होता है तथा इसमें प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने वाले गुण होते हैं। यह डेंगू की बीमारी का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। साथ ही अस्पताल में डॉक्टर भी इस ज्यूस को पीने का सलाह देते हैं। जिससे कि मरीज की रिकवरी जल्दी हो सके।
मलेरिया में लाभकारी
मलेरिया की बीमारी के समय यह ज्यूस पीने से राहत मिलती है। इसमें एंटीमलेरियल गुण होते हैं। इसे पीने से रक्त कोशिकाओं में इंफेक्शन (रोगाणु) से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। और रक्त स्वच्छ होता रहता है।
त्वचा के लाभकारी
इस ज्यूस का सेवन हमारी त्वचा को अनेको बीमारियों से बचता है। इस ज्यूस में एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जो की त्वचा सम्बंधित रोगो को मिटाने का काम करते है। साथ ही इस ज्यूस में विटामिन सी भी पाया जाता है जो त्वचा को निखारने का काम करता है। कुछ हद तक यह कील मुहसो को भी मिटने का काम करता है।
डायबिटीज में लाभकारी
उच्च चिकित्सकीय अध्ययन में यह बात सामने आई है कि पपीता के पत्तों का ज्यूस शुगर को नियंत्रित करने में काफी हद तक कारगर होता है। साथ इसमें उपस्थित विटामिन सी काफी हद तक डायबिटीज को कंट्रोल करने का काम करता है।
अन्य फायदे
- रक्त बढ़ाने का काम करता है।
- लीवर और स्प्लीन को मजबूत करने का काम करता है।
- बाल(हेयर फाल) की परेशानी को दूर करता है तथा लंबा, काला घना रखता है।
- यह हमारे लिवर के लिए लाभकारी होता है।
- साथ ही इसमें एंटी कैंसर गुण भी होते हैं।
इसके नुकसान
शोधकर्ताओं द्वारा यह निष्कर्ष निकाला गया कि यह ज्यूस सेहत के लिए लाभकारी होता है लेकिन इसे पूर्ण रूप से डेंगू, मलेरिया तथा पाचन संबंधी समस्याओं और अन्य रोगों में पूर्ण रूप से दवाई नहीं मानकर डॉक्टर की दवाई और परामर्श जरूर लेना चाहिए।
- कुछ लोगों को इस ज्यूस से एलर्जी होती है तो उन्हें इस जूस से परहेज करनी चाहिए व डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- अगर आप प्रेग्नेंट है तो इस नुस्खे का उपयोग ना करें।
- अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन बांझपन का कारण भी बन सकता है।
- मार्केट में उपलब्ध इस ज्यूस के सप्लीमेंट प्रोडक्ट ना खरीदें या परहेज करें।
- केवल प्राकृतिक रूप से बनाया गया शुद्ध ज्यूस ही लाभकारी होता है।
कब करें इसका सेवन
पपीते के पत्ते का ज्यूस बच्चे, बुजुर्ग और सभी उम्र वर्ग लोगों के लिए वरदान है। यह ज्यूस पत्तियों से बहुत कम मात्रा में निकलता है जिसकी दो चम्मच मात्रा का सेवन स्वच्छ पेयजल के साथ किया जा सकता है। इस ज्यूस का सेवन भूखे पेट या प्रातः कालीन भ्रमण के समय करे तो सबसे ज्यादा फायदा करता है। यह ज्यूस बनाने के बाद 48 घंटों तक ताजा रहता है। इस अवधि के भीतर इसका सेवन पूरे परिवार के साथ किया जा सकता है।
FAQ Section
पपीता पत्तों का ज्यूस से जुड़े कुछ प्रश्न जिनमें हमने इसे बनाने और पीने से जुड़े सभी प्रकार के प्रश्नों का जवाब दिया है।
क्या यह ज्यूस एलर्जी करता है?
Ans: सभी लोगों को पपीता के पत्तों का जूस फायदेमंद होता है लेकिन कुछ लोगों के लिए यह शरीर में एलर्जी का कार्य करता है। जिससे उन्हें समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इन्हें इस ज्यूस से परहेज करनी चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
यह ज्यूस कैसे बना सकते हैं ?
Ans: यह ज्यूस रसोई घर में आसानी से बनाया जा सकता है। इसे बनाने के लिए दो बड़ी-बड़ी पत्तियों को साफ करके उन्हें बारीक काट लिया जाता हैं। फिर मिक्सर या किसी बर्तन में बारीक बांट लिया जाता है। इसे छानकर पिया जा सकता है।
क्या यह मार्केट में उपलब्ध है?
Ans: हां। यह ज्यूस पैकेट में या इसके सप्लीमेंट मार्केट में उपलब्ध होते हैं। जो की पूर्ण रूप से हाइजेनिक तरीके से बनाए जाते हैं तथा पीने योग्य होते हैं।
किसे यह ज्यूस नहीं पीना चाहिए ?
Ans: यह गर्भवती महिलाओं और शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को नहीं पीना चाहिए। यह ज्यूस किसी गंभीर बीमारी की दवाइयां ले रहे लोगों को नहीं पीना चाहिए। साथ ही अस्वस्थ व्यक्ति को यह ज्यूस पीने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
पपीता के फल के अलावा इसके पत्तों का ज्यूस पीना भी सेहत के लिए लाभकारी होता है। इसमें अनेकों प्रकार के गुण होते हैं जो कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ बीमारियों को लड़ने में भी काम करते हैं। इसका नियमित सेवन हमें बीमारियों से बचाता है। यह ज्यूस संपूर्ण परिवार के लिए एक गुणकारी औषधि के समान होता है। इसे सप्ताहिक रूप से सभी को एक बार अवश्य लेना चाहिए।